लक्ष्मण रैकवार
तेंदुखेड़ा---मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में आबकारी नीति के तहत शराब दुकानों को संचालन करने का परमिट देती है लेकिन अधिकतर शराब कम्पनियां सरकार की नीतियों का उल्हन्न करती है और मोटा मुनाफा कमाती है।ऐसी ही लापरवाही जिला दमोह की नगर तेंदुखेड़ा में खुली दोनो शराब दुकानों में द3कहने को मिल रही है।शराब के शौकीन भूरा, रतन,गुल्ले, हरिराम ने बताया है कि सुबह से जब तक शराब दुकान नही खुलती है तब तक शराब बिक्रेता के द्वारा शटर के नीचे से हर पाव पर 15 से 20 रुपये अतिरिक्त लियेजाते हैं,जबकि सफेद पाव पर 75 रुपये प्रिंट है उसके 90 रुपये लिये जाते हैं ओर लाल मसाला पर 105 रुपये प्रिंट है तो उसके दाम120 रुपये लिये जाते हैं।जब दुकान सुबह साढ़े आठ बजे खुल जाती है तो सही दामो में शराब बिकती है।वही लोगो ने आरोप लगाया है कि शराब दुकान के बाहर कोई रेट लिस्ट चस्पा नही है ओर शराब दुकान दार किसी भी ग्राहक के द्वारा मांगने पर उसेपक्का बिल नही देते हैं।ओर नाही डिजिटल पेमेंट के लिये ऑनलाइन बार कोड रखते हैं।जबकि शासन की गाइड लाइन के हिसाब से रात 11 बजे से सुबह साढ़े आठ बजे तक सभी प्रकार के शराब बिक्री ओर रोक लगी रहती है दुकान के सामने रेत लिस्ट तंगी होना अनिवार्य है लोगो को पक्का बिल एवम डिजिटल पेमेंट की सुबिधा भी ठेकेदार की तरफ से होनी चाहिए।नगर तेंदुखेड़ा के कई सामाजिक संगठन यह आरोप लगाते हुए कहते हैं कि तेंदुखेड़ा शराब दुकान से शराब बेचने का लाइसेंस सरकार ने दिया है लेकिन शराब ठेकेदार के द्वारा गाव गाव में शराब रखवाकर अवैध रूप से बिक्री करवाते हैं जिससे गाव का माहौल खराब होता है।लोगो ने शासन से निवेदन किया है कि तेंदुखेड़ा में शराब की दुकान में हो रही अनिमितसो को संज्ञान में लेकर तुरन्त कार्यवाही करें।
