कन्नौज से संवाददाता अंकित यादव की खास रिपोर्ट
कन्नौज के छिबरामऊ में भाजपा विधायक के पिता की मूर्ति स्थापना को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता व लोकसभा प्रभारी अश्वनी चौहान उर्फ दीपू भैया जो पूर्व मुख्यमंत्रीअखिलेश यादव के 2 के नाम से कन्नौज में जाने जाते हैं समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस तिराहे पर यह मूर्ति लगाई गई है, वहां दो साल पहले तक महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित थी, और यह राष्ट्रपिता का अपमान है। सपा नेता दीपू चौहान की अगुवाई में बुधवार शाम पार्टी कार्यकर्ता छिबरामऊ के पश्चिमी बाईपास पर पहुंचे। उन्होंने हाथों में तख्तियां लेकर सांकेतिक धरना दिया। प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई और कार्यकर्ताओं पर धरना समाप्त करने का दबाव बनाया।
दीपू चौहान ने बताया कि पश्चिमी बाईपास पर दो साल पहले तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा मौजूद थी। नेशनल हाईवे के निर्माण के दौरान प्रतिमा को नगर पालिका के एक पार्क में स्थानांतरित कर दिया गया था। हाईवे निर्माण पूरा होने के बाद भी गांधी जी की प्रतिमा को दोबारा स्थापित नहीं किया गया। इसके बजाय, उसी स्थान पर भाजपा विधायक अर्चना पांडेय ने अपने पिता राम प्रकाश त्रिपाठी की प्रतिमा स्थापित करवा दी, जिसे उन्होंने गलत बताया। दीपूचौहान ने यह भी कहा कि जिस पार्क में गांधी प्रतिमा को रखा गया है, वह गंदगी से भरा है और वहां साफ-सफाई या उचित व्यवस्था का अभाव है। उन्होंने मांग की कि गांधी प्रतिमा को उसके मूल स्थान पर ही पुनः स्थापित किया जाना चाहिए था, भले ही उसके पास में पूर्व मंत्री की प्रतिमा लगाई जाती। दीपू चौहान ने सुझाव दिया कि छिबरामऊ में एक नया पार्क बनाकर उसमें भाजपा विधायक के पिता की मूर्ति स्थापित की जा सकती थी, जिससे शहर को एक नया सार्वजनिक स्थान भी मिल जाता
