लक्ष्मण रैकवार तेन्दूखेड़ा
तेंदूखेड़ा-----तेंदूखेड़ा ब्लाक के ग्रामीण क्षेत्रो में खुले स्कुलो में शिक्षकों की लापरवाही कम होने का नाम नही ले रही है, लगातार स्कूल से शिक्षको के गायब रहने के समाचार आ रहे हैं फिर ब्लाक एवं जिले में बैठे अधिकारी इन पर कोई भी कार्यवाही नही करते है,इन आ अधिकारियों के द्वारा इन क्षेत्रों में खुली शालाओ का निरक्षण नही करते हैं।तेन्दूखेड़ा ब्लाक से30 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मोहरा के आश्रित ग्राम पटी में खुली प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक की लापरवाही देखने को मिली है।इस स्कूल में एक कमरे में कक्षा एक से पांच तक के ल्गभग12,13 बच्चे बैठे थे जो बिना शिक्षक के ही खुद पड़ रहे थे।इहा पदस्थ प्रकाश सेन स्कूल में मौजूद नही थे।स्कूल में मिले छात्र एवं छात्राओं ने बताया है कि रोज सुबह हमारे टीचर सादे दस बजे स्कूल खोल कर चले जाते हैं और हम लोगो से कह जाते हैं कि हम मध्याह्न भोजन लेने जा रहे हैं यह रोज का काम है, बच्चो ने बताया है कि शाला से एक किलोमीटर दूर ग्राम मोहरा के है टीचर स्कूल खिलकर रोज हमे अकेले छोड़ कर चले जाते हैं।स्थानीय लोगो ने बताया है कि इन टीचरों का हाल ihi है स्कूल खोला और अपनी हाजिरी डाली और निकल गए अपने घर आए अपनी खेती बाड़ी देखते हैं घर जाकर।हम लोग स्कूल अपने बच्चो को पढ़ने के लिये भेजते हैं लेकिन स्कूल में तो कोई पढ़ाने वाले ही नही रहता है।बच्चे दिन भर अकेले बैठे रहते हैं इनकी सुरक्षा कोन करेगा मा बाप ने तो स्कूल भेजदिया लेकिन शिक्षक की गैर हाजिरी में बच्चो के साथ कुछ घटना घटित हो जाये तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता है।
डीपीसीमुकेश द्विवेदी, बी आर सी परमलाल अहिरवार, संकुल प्राचार्यइंदूर अहिरवार, स्कूल प्रभारी प्रकाश सेन, चारो को फोन लगाया तो उन्होंने फोन नही उठाया
