संवाददाता, दरबार सिंह ठाकुर तहसील देपालपुर जिला इंदौर एमपी
देपालपुर। इस समय देपालपुर और आसपास के क्षेत्रों में सोयाबीन की कटाई पूरी तरह शुरू हो चुकी है। खेतों से अनाज मंडियों तक सोयाबीन की ढेरियाँ पहुँच रही हैं, लेकिन समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी के लिए पंजीयन प्रक्रिया प्रारंभ न होने से किसानों की चिंता दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है।
इसी मुद्दे को लेकर इंदौर दुग्ध संघ के पूर्व अध्यक्ष मोतिसिंह पटेल ने सोमवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसे एसडीएम देपालपुर को दिया गया। उन्होंने कहा कि किसानों ने सालभर की मेहनत के बाद सोयाबीन की अच्छी पैदावार ली है, लेकिन वर्तमान में मंडियों में इसका भाव 4000 रुपये प्रति क्विंटल से भी कम है।
जबकि केंद्र सरकार ने इस वर्ष के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5328 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया है। पंजीयन व खरीदी की प्रक्रिया में देरी से किसानों को प्रति क्विंटल 1300 से 1500 रुपये तक का सीधा नुकसान झेलना पड़ रहा है।
पटेल ने बताया कि देपालपुर तहसील के किसान खास तौर पर प्रभावित हैं। यहाँ ज्यादातर किसान छोटे और मध्यम वर्गीय हैं, जो अपनी फसल बेचकर ही अगली बुवाई के लिए बीज, खाद और कीटनाशक खरीदते हैं। अगर समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं हुई तो किसान मजबूरी में औने-पौने दामों पर ही अपनी उपज मंडी में बेच देंगे।
उन्होंने चेतावनी दी कि समय रहते खरीदी की व्यवस्था नहीं हुई तो किसानों को आर्थिक क्षति के साथ-साथ कर्ज और ब्याज की मार भी झेलनी पड़ेगी। सरकार यदि शीघ्र आदेश जारी कर खरीदी हेतु पंजीयन प्रारंभ करती है तो किसानों को उचित दाम मिल सकेंगे और उनकी आजीविका सुरक्षित रह पाएगी।
