लांजी, बालाघाट
खेमराज सिंह बनाफरे
लांजी। जनपद क्षेत्र सहित अन्य स्थानों पर डबलमनी प्रकरण में लिप्त आरोपियों की संपत्तियों की खरीदी बिक्री रोके जाने को लेकर 26 सितंबर को जाग जनता तेरी बारी आई समिति लांजी के सदस्यों ने अनुभागीय अधिकारी राजस्व को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है की प्रशासन को लगातार जानकारी से अवगत कराने के बाद भी डबलमनी प्रकरण में आरोपियों की जमीन की खरीदी बिक्री एवं लावारिस हालत में पड़ी जमीनों पर क्षेत्र के ही कुछतथाकथित लोगों द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है। परंतु प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। समिति के सदस्यों ने बताया की प्रशासनिक और राजनीतिक संरक्षण के कारण आरोपियों को बचाया जा रहा है। प्रशासन और न्यायालय द्वारा कोई जांच समिति का गठन नहीं किया गया है और आरोपियों की संपतियों की सही जानकारी माननीय न्यायालय को नहीं दी गई है।
इसका लाभ डबलमनी प्रकरण के आरोपी बड़ी आसानी से उठा रहे है। सदस्यों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा की तुरंत संपूर्ण बालाघाट जिले में डबल मनी कांड से संलग्न आरोपी, उनके मित्र और रिश्तेदारों के नाम पर ज्ञात-अज्ञात संपत्तियों की रजिस्ट्री और
बिक्रीक्षेत्र में भारी तनाव व्याप्त है। अगर प्रशासन इस पर कार्रवाई नहीं करता है, तो भविष्य में आंदोलन की स्थिति बनेगी। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। अनुभागीय कार्यालय राजस्व लांजी में ज्ञापन सौंपने के दौरान जाग जनता तेरी बारी आई के सदस्यों में सुनील शर्मा, रमेश आसटकर, देवा समरीते, कृष्ण कुमार मिश्रा, मुकेश पांडे, विजय मिश्रा एवं श्री भरें सहित अन्य सदस्य मुख्य रूप से उपस्थित थे।
दो मामलों की जानकारी के बाद भी कार्यवाही शून्य......
जाग जनता तेरी बारी आई समिति के सदस्यों ने बताया की हमारेमें आवेदन प्रस्तुत किया गया परंतु प्रशासन द्वारा उक्त दोनो ही मामलों को देख लेने और कार्यवाही में होना की बात कहकर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
सदस्यों ने बताया की विजय मिश्रा द्वारा 7 जुलाई 2025 को लिखित में अनुभागीय कार्यालय राजस्व लांजी में आवेदन दिया गया और बताया की डबल मनी में संलिप्त आरोपी कोमिन पति धनराज आमाडारे के द्वारा पटवारी हत्का नंबर 19/60 खसरा नंबर 27/23 को भुनेश्वरी बेद्रे नसीम खान के सहयोग से बेच दिया गया है। इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक बालाघाट और जिला पंजीयक को दी गई है, लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं दूसरा मामला ग्राम पालडोंगरी का है जहां मोहन उभरे ग्रामका निवासी है और डबल मनी में संलग्न आरोपी है। इसके द्वारा गुपचुप तरीके से जनता के पैसों से खरीदा हुआ भवन और जमीन की बिक्री की जा रही है, जिसे तत्काल रोका जाना आवश्यक है। सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ है कि डबल मनी में संयुक्त आरोपीगण बालाघाट जिले के अन्य तहसील पंजीयन केंद्रों में आकर गुपचुप तरीके से चल-अचल व ज्ञात-अज्ञात संपतियों की रजिस्ट्रीयां कर रहे हैं। इसमें वारासिवनी, कटंगी और लांजी तहसीले प्रमुख रूप से शामिल हैं। इसके पूर्व में जिला पंजीयक को सूचना दी गई थी, लेकिन जिला पंजीयक द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। जो प्रशासनिक अधिकारियों की इस मामले में उदासीनता को साफ दर्शाता है।
