जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने पिड़ावा क्षेत्र में आयोजित ग्रामीण एवं शहरी सेवा शिविरों का निरीक्षण किया। उन्होंने आमजन से शिविरों में अधिक से अधिक भागीदारी करने का आह्वान करते हुए कहा कि शिविर का वास्तविक अर्थ एक ही छत के नीचे सभी समस्याओं का समाधान प्रदान करना है।
गुरुवार को कलेक्टर राठौड़ ने नगर पालिका पिड़ावा में शहरी सेवा शिविर तथा हरनावदागजा और ढाबलाभोज में ग्रामीण सेवा शिविरों का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने विभागवार लगाई गई स्टॉलों का जायजा लिया और ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं को समझा।
निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को तत्काल निर्देश दिए कि फसल खराबे की गिरदावरी शीघ्रता से पूरी की जाए और प्रभावित किसानों को समय पर राहत पहुंचाई जाए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि आमजन को बिना भटकाए शिविर स्थल पर ही उनकी समस्याओं का समाधान मिले। इसके यतिरिक्त उन्होंने गामीण थेनों में चारागाह भमिशार
अतिरिक्त, उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में चारागाह भूमि पर अतिक्रमण न करने का आग्रह किया।
इस अवसर पर उप खंड अधिकारी दिनेश कुमार मीणा, नगरपालिका पिड़ावा के ईओ मनीष मीणा, स्थानीय प्रशासक, विकास अधिकारी, तहसीलदार सहित कई अधिकारी और ग्रामीणजन उपस्थित रहे। जिला कलेक्टर ने बताया कि राज्यभर में नगर निकाय क्षेत्रों में ये शिविर 17 अक्टूबर तक चलेंगे। इन शहरी शिविरों में लंबित पट्टों का मौके पर ही वितरण, लीज रेंट बकाया मामलों में राज्य सरकार द्वारा दी गई छूट का लाभ, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वामित्व पट्टे तथा अन्य शहरी सुविधाओं से संबंधित कार्य किए जा रहे हैं।
ग्रामीण सेवा शिविरों में एक ही छत के नीचे बहुपक्षीय समाधान प्रदान किए गए। इनमें आपसी सहमति से विभाजन व नामांतरण, मूल निवास एवं जाति प्रमाण पत्र जारी करना, स्वामित्व योजना पट्टों का वितरण, पौधारोपण व शौचालय स्वीकृति, विभिन्न स्वास्थ्य जांच एवं निःशुल्क दवा वितरण, पीएमजेवाय कार्ड निर्माण, पशु टीकाकरण, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा सूची में नाम जोड़ना और पेंशन स्वीकृति जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं, जिनसे आमजन को सीधा लाभ मिला।
पिड़ावा तहसील से संवाददाता मोहम्मद इस्लाम
