कवर्धा
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PM-JANMAN) के तहत प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाभियान में स्वीकृत करमन्दा (PVTG) बसाहट तक बनाए जा रहे सड़क निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं।
कुल 209.07 लाख रूपए की लागत से 4 किलोमीटर लंबाई में बन रही इस सड़क के प्रारंभिक चरण में ही ठेकेदार द्वारा प्राक्कलन विरुद्ध काम किया जा रहा है।
कार्य का
पैकेज क्रमांक : CG -09-146 (जनमन)
सड़क का नाम : बोदा 47 से करमन्दा
कार्य प्रारंभ : 18.01.2025
कार्य पूर्णता की निर्धारित तिथि : 03.02.2026
ठेकेदार : मेसर्स अमित कंस्ट्रक्शन, कवर्धा
जनसंख्या लाभान्वित : 310
संधारण राशि (5 वर्ष) : 18.88 लाख
गिट्टी लेयर से समझौता, 6 इंच की जगह 1–2 इंच में बिछाई जा रही परत
प्राप्त जानकारी के अनुसार,
सड़क के प्रारंभिक चरण में 10 mm गिट्टी की 6 इंच मोटी परत डालनी थी, लेकिन वास्तविकता में ठेकेदार द्वारा सिर्फ 1 से 2 इंच की गिट्टी बिछाकर ट्रैक्टर से जमीन की जुताई कर ‘पकड़’ बनाई जा रही है।
तकनीकी मानकों से अलग यह तरीका न केवल गुणवत्ता के विपरीत है बल्कि भविष्य की टिकाऊ सड़क निर्माण के लिए भी घातक माना जाता है।
ठेकेदार के पास अनेक कार्य, समय पर ध्यान न देने से निर्माण में देरी
सूत्रों के अनुसार, उक्त ठेकेदार को जिले में अनगिनत कार्य आवंटित हैं, जिसके चलते
निर्माण में बेहद धीमी गति,
साइट पर तकनीकी स्टाफ की कमी,
सामग्री की गुणवत्ता पर लापरवाही
जैसी शिकायतें लगातार मिलती रही हैं।
जनजातीय बहुल क्षेत्र की सड़क पर घटिया काम गंभीर चिंता का विषय
करमन्दा PVTG (विशिष्टजनजातीय समूह) बसाहट के लिए यह सड़क जीवनरेखा मानी जा रही है। ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा वित्तपोषित योजना में इस तरह की मनमानी, कार्यप्रणाली की अनियमितता और प्राक्कलन से विचलन राष्ट्रीय स्तर पर भी गंभीर विषय माना जा रहा है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि—
सड़क निर्माण की नियमित जांच,
गिट्टी लेयर की थिकनेस माप,
उपयोग सामग्री का गुणवत्ता परीक्षण
तुरंत कराया जाए ताकि भविष्य में सड़क बार-बार धसकने या टूटने की समस्या खड़ी न
