लोकेशन नारायणपुर छत्तीसगढ़
संवाददाता खुमेश यादव
नारायणपुर - नारायणपुर पुलिस द्वारा नक्सल मुक्त सशक्त बस्तर की कल्पना को साकार रूप देने हेतु क्षेत्र में लगातार नक्सल विरोधी ‘‘माड़ बचाओ’’ अभियान संचालित किया जा रहा है। साथ ही अबूझमाड़ में लगातार नवीन कैम्प स्थापित करते हुए सड़क पुल-पुलिया निर्माण सहित अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं को अंदरूनी गांव तक पहुंचाये जाने में सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इसी कड़ी में थाना कोहकामेटा के ग्राम तोके क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियानों एवं कुंदला-कोहकामेटा-तोके एक्सिस तक सड़क निर्माण कार्य में सुरक्षा प्रदान करने एवं विकास कार्यो में सहयोग पहुंचाने के उद्देश्य से आज दिनांक 11-11-2025 को नारायणपुर पुलिस डीआरजी, बस्तर फॉईटर एवं बीएसएफ 135वीं एवं 133वीं वाहिनी के द्वारा घोर नक्सल प्रभावित माड़ क्षेत्र माओवादियों के आश्रय स्थल ग्राम तोके में नवीन कैम्प स्थापित किया गया है। ग्राम तोके में नवीन कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी उत्साह एवं सुरक्षा का माहौल बना हुआ है। ग्राम तोके थाना कोहकामेटा क्षेत्रान्तर्गत स्थित है। नवीन कैम्प तोके थाना कोहकामेटा से 17 किलोमीटर, इरकभट्टी से 11 किलोमीटर और कच्चापाल से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
कैम्प ओपनिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक नारायणपुर रॉबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.) ने अन्य अधिकारियों के साथ ग्राम तोके, मुसेर, कोंदाहूर, मापंगल, कोड़ेनार, बुरुम एवं आसपास गांव से आये ग्रामीणों से कुशलक्षेम जानकर उनके समस्याओं को सुना गया। ग्रामीणों द्वारा मुख्य रूप से बिजली, नल-जल, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोड इत्यादि मूलभूत सुविधाओं के साथ पुलिस कैम्प की मांग किया गया जिसे जल्द पूर्ण कराये जाने का आश्वासन दिया गया साथ ही ‘‘नियद नेल्लानार’’ के अंतर्गत ‘‘जन समस्या निवारण शिविर’’ का आयोजन कराये जाने के संबंध में बताया गया। ग्रामीणों ने नक्सलियों द्वारा मारे गये लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए नक्सलवाद की प्रताड़ना को व्यक्त किया और इस बात के लिए खुशी जाहिर किये कि पुलिस कैम्प खुलने से अब भय मुक्त जीवन जी सकेंगे। आसपास के नक्सल समर्थक ग्रामीण स्वयं को सुरक्षित महसुस कर माड़ क्षेत्र में कैम्प स्थापना के प्रभाव से आत्मसमर्पण हेतु नारायणपुर पुलिस के पास पहुंच रहे है। नारायणपुर माड़ में नक्सली गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए नवीन पुलिस कैम्पों की स्थापना की जा रही है। क्षेत्र में नक्सल गतिविधि चुनौती से निपटने के लिए शासन के मंशानुसार क्षेत्र में लगातार सघन नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने लिए नये पुलिस कैम्पों की स्थापना, सुरक्षा बलो की तैनाती और स्थानीय संवाद में सुधार शामिल किया गया है।
कोंगे में नवीन कैम्प स्थापित होने से आसपास क्षेत्र में सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाईल नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विस्तार होगा। अब क्षेत्र में सुरक्षा के निगरानी में सड़क निर्माण सहित अन्य सुविधाओं को आम जनता तक पहुंचाये जाने में सहयोग प्रदान किया जायेगा। सुरक्षा बलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी पहुंच और निगरानी, स्थानीय लोगों को नक्सल हिंसा से निजाद दिलाने में मदद मिलेगी। यह कदम नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए कारगर रहेगा। नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना होने से नक्सल उन्मुलन में तेजी आई है जिसके फलस्वरूप वर्ष 2024 से अब तक नक्सल विचारधारा को त्याग कर 208 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किये एवं सुरक्षा बलों ने विभिन्न अभियानों 99 माओवादी को मार गिराने व 117 माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित हुई है। नारायणपुर पुलिस ने वर्ष 2025 में नक्सलियों के अघोषित राजधानी कुतुल सहित नक्सलियों के आश्रयस्थल कोडलियर, बेडमाकोटी, पदमकोट, कान्दुलपार, नेलांगूर, पांगूड, रायनार, एडजुम, ईदवाया, आदेर, कुड़मेल, कोंगे, सितरम और तोके में कैम्प खोली है।
पी. सुन्दराज पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर, अमित कांबले (भा.पु.से.) पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज कांकेर, रोबिनसन गुरिया पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, कमांडेंट कमल शर्मा (133वीं वाहिनी बीएसएफ़), कमांडेंट नवल सिंह (135वीं वाहिनी बीएसएफ़) अति० पुलिस अधीक्षक अक्षय सबद्रा, अजय कुमार, संदीप पटेल (सेनानी 16बटालियन CAF), सुशील कुमार नायक, ऐश्वर्य चंद्राकर, उप पुलिस अधीक्षक लौकेश बंसल, मनोज मंडावी, आशीष नेताम, अविनाश कंवर, अरविंद किशोर खलखो, कुलदीप बंजारे और अजय कुमार सिंह के नेतृत्व एवं निर्देशन में नवीन कैम्प स्थापना में नारायणपुर डीआरजी, बस्तर फॉईटर एवं बीएसएफ 133वीं और 135वीं वाहिनी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
