संजू नामदेव हरदा ।
हरदा जिले की खिरकिया कृषि उपज मंडी का मंडी बोर्ड के सहायक लेखा अधिकारी रोमोलुष टोप्यो द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मंडी प्रांगण में नीलामी का अवलोकन किया तथा किस प्रक्रिया के तहत नीलामी हो रही है उसकी जानकारी प्राप्त की। साथ ही गोदाम का निरीक्षण किया। किसानों से मिले तथा उनसे उनकी परेशानियां के बारे में पूछताछ की और उनके हाल चाल पूछे। किसानों को बैठने के स्थान तथा किसान विश्राम गृह का भी निरीक्षण किया तथा किसानों से मंडी की ओर से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। मंडी कमेटी की बैठक में भी भाग लिया तथा किसानों के हितों के महत्वपूर्ण बिन्दुओं सभी को समझाइश दी। निरीक्षण के बाद उन्होंने कार्य को संतोषप्रद बताया तथा मंडी प्रांगण की हरियाली एवं वृक्षारोपण तथा उनके रख रखाव की प्रशंसा करते हुए मंडी सचिव आपसिंह किराडे की प्रशंसा की।
निलामी प्रभारी की प्रशंसा
निलामी कार्य के निरीक्षण के दौरान कृषि उपज मंडी नीलामी प्रभारी अशोक सिंह राजपूत की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने मंडी में सोयाबीन की नीलामी पर निगरानी रखी और किसानों को भावांतर का लाभ दिलाया। अधिकारी की प्रशंसा करने से मंडी में नीलामी प्रक्रिया को सुधारने के लिए प्रोत्साहन मिल सकता है और किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सकता है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे मंडी में सोयाबीन की नीलामी पर सघन निगरानी रखें और किसानों को भावांतर योजना का लाभ दिलाएं। कृषि उपज मंडी में नीलामी प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने और किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस संबंध में मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड ने भी कई कदम उठाए हैं जैसे ऑनलाइन नीलामी प्रणाली को लागू करना। ज्ञात हो ऑनलाइन नीलामी इस प्रणाली को लागू होने से नीलामी प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुचारू हो रही है। किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए भावांतर योजना का लाभ भी मिल रहा है। मंडी बोर्ड के अधिकारी ने किसानों के लिए सुविधाएं जैसे कि विश्राम गृह, भोजनालय आदि की व्यवस्थाओ का जायजा लिया। इस दौरान कृषि उपज मंडी सचिव आपसिंह किराडे निलामी प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक अशोक सिंह राजपूत, प्रागंण प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक प्रेमनाराण उज्जैनिया सहित किसान मंडी के कर्मचारीगण व्यापारीगण उपस्थित थे।
