पन्ना शाहनगर- थाना शाहनगर अंतर्गत ग्राम मलघन निवासी मूलचंद मिश्रा ने जिला पुलिस अधीक्षक पन्ना को एक लिखित शिकायत पत्र सौंपकर अपने पुत्र से जुड़े प्रकरण में कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा पुलिस पर दबाव बनाकर जांच को प्रभावित करने का गंभीर आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता ने कहा है कि यह पूरा मामला जातिगत और सामाजिक प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए पुलिस प्रशासन पर अनुचित प्रभाव डालने से जुड़ा है। मूलचंद मिश्रा ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि दिनांक 12 सितंबर 2025 को उनके पुत्र के साथ ग्राम के ही कुछ लोगों का आपसी विवाद हुआ था, जिसके संबंध में थाना शाहनगर में अपराध क्रमांक 309/2025 दर्ज कराया गया था। उक्त रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पटेल (लोधी) समाज के कुछ लोगों ने प्रतिशोध की भावना से उनके पुत्र के खिलाफ झूठे आरोप लगाकर अपराध क्रमांक 307/2025 दर्ज करवा दिया। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही थी और 29 अक्टूबर 2025 को चालान न्यायालय में पेश भी किया जा चुका है। लेकिन इसके बाद सोशल मीडिया पर कई प्रकार की भ्रामक एवं उत्तेजक पोस्टें वायरल की जा रही हैं। कुछ प्रभावशाली लोग पुलिस पर दबाव बनाने के लिए आंदोलन की धमकी दे रहे हैं। शिकायतकर्ता ने कहा कि ये लोग पुलिस अधिकारियों को जातिगत और सामाजिक संगठनों के नाम पर प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे जांच की निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो सकता है। मूलचंद मिश्रा ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि आगामी 2 नवंबर 2025 को बड़े स्तर पर आंदोलन की तैयारी की जा रही है और इसमें कुछ संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल होने की बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन के नाम पर पुलिस पर दबाव डालने का यह प्रयास पूरी तरह से अनुचित है और न्याय व्यवस्था के विरुद्ध है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि इस प्रस्तावित आंदोलन पर रोक लगाई जाए तथा संबंधित क्षेत्र में पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की जाए, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो और जांच प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष बनी रहे। मूलचंद मिश्रा ने यह भी आग्रह किया है कि उनके पुत्र के मामले की जांच किसी निष्पक्ष अधिकारी से कराई जाए, जिससे सत्य सामने आ सके और निर्दोष व्यक्ति को न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस जांच पर बाहरी दबाव पड़ा तो न केवल न्याय प्रभावित होगा बल्कि सामाजिक सौहार्द भी बिगड़ सकता है। उन्होंने अंत में एसपी पन्ना से निवेदन किया है कि पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए शीघ्र हस्तक्षेप करें, प्रस्तावित आंदोलन को स्थगित कराएं और यह सुनिश्चित करें कि पुलिस प्रशासन बिना किसी राजनीतिक या सामाजिक दबाव के निष्पक्षता के साथ अपना कार्य कर सके।
