VELLORE DISTRICT - TAMILNADU
वेल्लोर जिला, गुडियात्तम – नेल्लूरपट्टी झील में मरी हुई गायें और मुर्गी मांस के अवशेष फेंके जाने से बीमारी फैलने का खतरा; सरकारी उच्च अधिकारियों द्वारा कार्रवाई में लापरवाही
गर्भवती महिलाएँ, स्तनपान कराने वाली महिलाएँ, स्कूल–कॉलेज के छात्र, बुजुर्ग – सभी लोग असहनीय दुर्गंध के कारण भारी परेशानी झेल रहे हैं।
वेल्लोर जिला, गुडियात्तम तालुका के नेल्लूरपट्टी पंचायत क्षेत्र में स्थित नेल्लूरपट्टी झील के सोलाईनगर इलाके में मरी हुई गायों को सीधे झील में फेंकने की वजह से तेज बदबू फैल रही है। हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद मोरथाना बाँध में जलस्तर बढ़ने से गुडियात्तम के आसपास की झीलें पूरी तरह भर गईं। इसी स्थिति का कुछ लोग गलत फायदा उठाते हुए मरी हुई गायें, मुर्गी मांस के अवशेष और अन्य कचरा गड्ढा खोदकर दफनाने के बजाय सीधे झील में डाल रहे हैं।
रात के समय कुछ मांस दुकान मालिक झील में अवशेष फेंकते हैं, जिसके कारण भूमिगत जल दूषित होकर पीने के पानी और खेती के लिए बड़ा खतरा पैदा हो रहा है — ऐसा आरोप स्थानीय जनता लगा रही है। इससे कई तरह की संक्रामक बीमारियाँ फैलने का जोखिम बढ़ गया है।
झील में मांस के अवशेष फेंकने से पानी बुरी तरह प्रदूषित हो रहा है और जलजीव भी प्रभावित हो रहे हैं। पर्यावरण प्रदूषण के कारण दुर्गंध दिन–प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मुर्गी मांस के कचरे में मौजूद सूक्ष्मजीव पीने के पानी को दूषित कर विभिन्न बीमारियाँ फैला सकते हैं। इसका असर कृषि फसलों पर भी पड़ सकता है। खेती के लिए दूषित पानी उपयोग होने पर फसल उत्पादन और मानव स्वास्थ्य दोनों को गंभीर हानि हो सकती है — ऐसा किसानों और लोगों का कहना है।
झील के किनारे से गुजरने वाली उप–सड़क पर चलने वाले दोपहिया वाहन चालकों तथा सुबह–शाम सैर करने वाले लोगों को भी इस बदबू से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उस क्षेत्र से गुजरना तक मुश्किल हो गया है।
मरी हुई गायों को झील में फेंकना और मांस के अवशेषों को वहाँ जमा करना — ये सभी गतिविधियाँ बीमारी फैलाने का कारण बनती हैं। फिर भी संबंधित सरकारी उच्च अधिकारी उचित कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, जिससे आम लोगों में नाराज़गी बढ़ रही है। जनता का आरोप है कि सरकारी कानून पर्याप्त रूप से कठोर नहीं होने के कारण ऐसी समस्याएँ लगातार बढ़ती जा रही हैं।
गर्भवती महिलाएँ, स्तनपान कराने वाली महिलाएँ, स्कूल–कॉलेज के छात्र और बुजुर्ग — सभी लोग तीव्र बदबू के कारण परेशान हैं। इस वजह से किसान और स्थानीय लोग अपनी पीड़ा लगातार व्यक्त कर रहे हैं।
जिला कलेक्टर सुब्बुलक्ष्मी और जिला पुलिस अधीक्षक मयिलवागनन से तुरंत कार्रवाई करने की जनता की अपील
झील में कचरा फेंकने वाले मांस दुकान मालिकों और लोगों के स्वास्थ्य को खतरे में डालने वालों के खिलाफ:
आवश्यक कानून–व्यवस्था की कार्रवाई तुरंत की जानी चाहिए
बीमारी फैलाने के जिम्मेदार लोगों को कठोर दंड दिया जाना चाहिए
ऐसी मांगें आम जनता द्वारा जिला प्रशासन के समक्ष दृढ़ रूप से रखी गई हैं।
