छत्रपति संभाजीनगर (संवाददाता शिवाजी तांबे)
मुंबई के अंधेरी (पूर्व) पुलिस स्टेशन की कस्टडी से फरार हुई महिला आरोपी दिव्या रवी उर्फ पोपट काले (32, निवासी शिंदे शिरसगांव / वाळुज) को आखिरकार वालुज पुलिस ने धर दबोचा है। इस फरार आरोपी के साथ उसकी मदद करने वाली तीन महिला साथिनों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, दिव्या रवी / पोपट काले के खिलाफ एम.आई.डी.सी. पुलिस स्टेशन अंधेरी (पूर्व), मुंबई में गु.र. नं. 845/2025 के तहत धारा 305(अ), 3(5) बीएनएस में मामला दर्ज था। 6 नवंबर 2025 को वह पुलिस कस्टडी से फरार हो गई थी। इस घटना के बाद उसके खिलाफ नया केस गु.र. नं. 847/2025 धारा 262 बीएनएस के तहत दर्ज किया गया था।
वालुज पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि फरार आरोपी वालुज के शिवराई परिसर में छिपी हुई है। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम गठित की गई।
इस विशेष टीम में पुलिस उपनिरीक्षक अजय शितोळे, संदीप वाघ, पुलिस हवालदार 2922 धुळे, 2463 पिंपळे, 1273 सपकाळ और अंधेरी (पूर्व) एम.आई.डी.सी. पुलिस स्टेशन के अधिकारी शामिल थे।
पुलिस ने शिवराई रोड स्थित ईस्ट-वेस्ट कंपनी के सामने के खुले मैदान में छापा मारकर दिव्या को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में दिव्या ने तीन महिलाओं के नाम बताए जिन्होंने उसकी मदद की थी —
1️⃣ अश्विनी पोपट पवार (40 वर्ष, निवासी शिवराई, वाळुज, ता. गंगापुर, जि. छत्रपति संभाजीनगर)
2️⃣ अर्चना रामा काले (45 वर्ष, निवासी अविनाश कॉलनी, वाळुज)
3️⃣ सीमा जॉन्सन पवार (20 वर्ष, निवासी हनुमान मंदिर रोड, शिवराई, वाळुज)
वालुज पुलिस ने तीनों को भी हिरासत में लिया और आगे की कार्रवाई के लिए अंधेरी (पूर्व) एम.आई.डी.सी. पुलिस स्टेशन, मुंबई के हवाले कर दिया।
यह सफल कार्रवाई पुलिस आयुक्त, छत्रपति संभाजीनगर, उप आयुक्त (परिमंडल-1) तथा सहायक पुलिस आयुक्त (छावनी विभाग) के मार्गदर्शन में पूरी की गई।
इस अभियान में पुलिस निरीक्षक शिवचरण पांढरे, उपनिरीक्षक अजय शितोळे, संदीप वाघ, पोलिस कर्मचारी विजय पिंपळे, नितीन धुळे, श्रीकांत सपकाळ, तथा पुलिस मित्र अमन शेख और किशोर गाडेकर की अहम भूमिका रही।
वालुज पुलिस की इस दमदार कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि —
👉 चाहे अपराधी कितना भी चालाक क्यों न हो, कानून के हाथों से बच नहीं सकता!
🖊️ शिवाजी तांबे
प्रतिनिधि — News Nation81, छत्रपति संभाजीनगर
