नारायणपुर छत्तीसगढ़
संवाददाता खुमेश यादव
घर-घर पहुँचा रही मतदान का अधिकार
नारायणपुर, 28 नवम्बर 2025// भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर प्रदेशभर में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के तहत् जिले में मतदाता सूची अद्यतन कार्य जोर-शोर से जारी है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रतिष्ठा ममगाईं के मार्गदर्शन में प्रशासनिक टीमें और बीएलओ लगातार क्षेत्रीय भ्रमण कर रहे हैं। दुर्गम और दूरस्थ इलाकों में भी बीएलओ घर-घर पहुंचकर पात्र नागरिकों का पंजीयन सुनिश्चित कर रहे हैं, ताकि कोई भी योग्य मतदाता लोकतांत्रिक प्रक्रिया से वंचित न रह जाए। अभियान के दौरान नए मतदाताओं के नाम जोड़ने, गलतियों को सुधारने और मृत, स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाने का काम प्राथमिकता से किया जा रहा है।
जिले में वर्तमान में 92,637 मतदाता पंजीकृत हैं। जिले में अब तक 77.25 प्रतिशत गणना पत्रक प्राप्त कर डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। प्रशासनिक टीमें कार्य को अत्यंत सावधानी से पूरा कर रही हैं, जिससे डुप्लीकेसी, त्रुटियों और छूटे हुए नामों की पहचान सहजता से की जा सके।
इसी समर्पण की एक प्रेरक कहानी सामने आई हैकृसुदूर अंचल ग्राम गट्टाकाल की। गट्टाकाल के मतदान केंद्र क्रमांक 09 में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य की ज़िम्मेदारी बीएलओ समरूलाल यादव को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि इस कार्य को पूरा करने के लिए उन्हें पहाड़ी पगडंडियों पर मीलों पैदल चलना पड़ा। कई बार नदी-नालों को पार करना पड़ा, जहां पुल या रास्ते मौजूद नहीं थे। फिर भी वे लगातार घर-घर पहुंचकर मतदाताओं से संपर्क करते रहे। इस मतदान केंद्र में कुल 360 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें से 262 मतदाताओं का पुनरीक्षण कार्य पूरा कर लिया गया है। शेष 98 मतदाताओं का काम भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। समरूलाल का कहना है कि चाहे रास्ते कितने भी मुश्किल क्यों न हों, लोकतंत्र को मजबूत करने की यह जिम्मेदारी उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।
जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 20 बीएलओ अपने क्षेत्रों में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य 100 प्रतिशत पूर्ण कर चुके हैं, जिनको कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रतिष्ठा ममगाईं द्वारा निरंतर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा है। जिले में अब तक 77.25 प्रतिशत गणना प्रपत्र का डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंचकर मतदाताओं को जोड़ने का यह अथक प्रयास जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता और चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता का सशक्त उदाहरण प्रस्तुत करता है।
