लोकेशन नारायणपुर छत्तीसगढ़
संवाददाता खुमेश यादव
नारायणपुर, 26 नवम्बर 2025// आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में जिला प्रशासन द्वारा नक्सलवादी आत्मसमर्पित, पीड़ित राहत पुनर्वास नीति 2025 के अंतर्गत आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास और आत्मनिर्भरता के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में जिला कौशल विकास प्राधिकरण एवं लाईवलीहुड कॉलेज नारायणपुर द्वारा जिले के सबसे सुदूर एवं दुर्गम क्षेत्रों सोनपुर, अबूझमाड़ और कोंडागांव के 79 आत्मसमर्पित नक्सलियों को विभिन्न ट्रेडस में कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
पिछले तीन महीनों से ड्राइविंग, प्लंबिंग, सिलाई, तथा अन्य आजीविका उन्मुख प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे इन 79 प्रशिक्षणार्थियों को आज कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं द्वारा 10 लाख 33 हजार 965 रूपये का प्रोत्साहन राशि के रूप में चेक वितरण किया गया। कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर ममगाईं ने सभी को प्रशिक्षण पूर्ण करने पर शुभकामनाएं देते हुए जीवन में एक नई शुरुआत करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को चेक की राशि का उपयोग सार्थक कार्यों में करने की सलाह दी, जिसमें परिवार की आवश्यक जरूरतें, बच्चों की शिक्षा तथा कृषि एवं आजीविका संबंधी गतिविधियाँ शामिल हैं। कलेक्टर ने कहा कि अब जब सभी प्रशिक्षित हो चुके हैं, तो उन्हें अपने गांव में रहकर खेती-किसानी, मकान बनाने और उस कौशल के अनुरूप कार्य शुरू करना चाहिए, जिसमें प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
सिलाई प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को उन्होंने स्व सहायता समूहों से जुड़कर अपने कार्य को संगठित तरीके से आगे बढ़ाने, उत्पादन बढ़ाने तथा आर्थिक रूप से सशक्त बनने का आग्रह किया। वहीं प्लंबर प्रशिक्षणार्थियों को जिले के विभिन्न ग्रामों में नलकूप स्थापना, मरम्मत एवं जलसुविधा से जुड़े कार्यों में सहभागी बनने की बात कही, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों को भी बेहतर सुविधा मिल सकें।
कलेक्टर ने उपस्थित सभी प्रशिक्षणार्थियों को आधुनिक समय में बढ़ते ऑनलाइन धोखाधड़ी और स्कैम से सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आजकल ठग लालच देकर मोबाइल पर ओटीपी या बैंक संबंधी जानकारी लेकर खातों से पैसे निकाल लेते हैं। ऐसे किसी भी कॉल, लिंक, संदेश या ऑफर पर विश्वास न करें और कभी भी अपना ओटीपी, एटीएम पिन या बैंक विवरण किसी के साथ साझा न करें। यदि ऐसी कोई स्थिति आती है, तो तुरंत बैंक तथा प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी दें।
कलेक्टर ममगाईं ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को परिवार के साथ सौहार्दपूर्वक रहने, समाज की मुख्यधारा में सक्रिय भूमिका निभाने और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के अंत में सभी को चेक वितरित किए गए और भविष्य की आजीविका योजनाओं के लिए प्रोत्साहित किया गया। यह पहल जिला प्रशासन द्वारा आत्मसमर्पित नक्सलियों को सम्मानजनक जीवन प्रदान करने और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में उठाया गया सराहनीय कदम है, जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन की ओर एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित हो रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ आकांक्षा शिक्षा खलखो, अपर कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई, जिला रोजगार अधिकारी मानक लाल अहिरवार सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
