साहिबगंज झारखण्ड
जिला ब्यूरो आकाश कुमार भगत
साहिबगंज जिले से सटे गोड्डा जिला अंतर्गत खंधार पोखर में सुबह 3.00 बजे से ही लोगों का पहुंचना घाटों पर जारी रहा. लोग पहुंचते रहे और छठ घाटों पर फलों व नारियल, गन्ने, अनारश से सूप और डालों को सजाकर लोग रखते गए. छठ व्रत करने वाले व्रती पानी में उतर कर भगवान भास्कर के उगने का इंतजार करते दिखे और इस दौरान छठव्रती सूर्य की उपासना करते नजर आये. इस दौरान छठ घाटों पर पूजा समितियों ने भगवान भास्कर प्रतिमा स्थापित किया था। तालाबों को बेहतर ढंग से सजाया था, रंगीन बल्बों और झालरों व केला के थम से सजा तालाबो का छठ घाट आकर्षक नजर आ रहा था। छठ व्रत के चौथे दिन उदीयमान सूर्य को अघ्य देने के बाद इस व्रत के पारण का विधान है। चार दिनों तक चलने वाले इस कठिन तप और व्रत के माध्यम से हर साधक अपने घर-परिवार और विशेष रूप से अपनी संतान की मंगलकामना करता है। रात के अंधेरे में छठ घाट दीयों की रोशनी से सज गये. उदीयमान सूर्य यानी उगते हुए सूरज को अघ्य देकर छठ व्रती अपने 36 घंटे के निर्जला उपवास को पूरा किया. इससे पहले कल शाम में छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूरज को अघ्य दिया था. इसी के साथ चार दिवसीय छठ पूजा का समापन हो गया।
