खबर छत्तीसगढ़ बलरामपुर से है
जहां महेवा (रामनगर) – वन परिक्षेत्र वाड्रफनगर के महेवा सर्किल के मढ़ना बीट में 2 हाथियों का दल विचरण करने का लोकेशन वन विभाग को मिला है जिसकी सूचना ग्रामीणों को नहीं थी सुबह प्रतिदिन की भाति सोहन सिंह चरवाहा जो ग्राम पंचायत मदनपुर में रहता था जिसका वास्तविक घर ग्राम पंचायत मुरकौल में है वह मवेशियों को चरने के लिए ग्राम मदनपुर में आया था रोज की भांति वह सुबह मवेसियों को लेकर जंगल की ओर चला गया जहां उसका सामना 2 हाथियों के दल से हो गया, घटना लगभग 12:00 बजे की है हाथियों के द्वारा ग्रामीण चरवाहे को पटक पटक कर मौत के घाट उतार दिया गया, उस समय तक ग्रामीणों को इसकी सूचना नहीं मिली थी कुछ समय पश्चात जंगल में गए ग्रामीणों ने हाथी के द्वारा मौत के घाट उतारे जाने की सूचना चरवाहे के परिजनों को मदनपुर में दी गई एवं वन विभाग को भी सूचित किया गया, तब वन विभाग की टीम वन परिक्षेत्र अधिकारी वाड्रफनगर रामनारायण राम की उपस्थिति में घटनास्थल पहुंचकर मृतक चरवाहे के शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए वाड्रफनगर सिविल अस्पताल लाया गया जहां परिजनों को वन परिक्षेत्र अधिकारी के द्वारा सहायता राशि ₹25000 दिया गया एवं हाथियों से बचाओ के लिए मुनादी एवं आसपास के लोगों को सूचित किया गया, वन विभाग की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है पूर्व में ही यदि इसकी सूचना ग्रामीणों को हाथियों का लोकेशन आने का दिया गया होता तो शायद आज एक जान जाने से बच जाता ,लगातार हाथियों का विचरण गुरमुटी ,मदनपुर , मढ़ना , पेंडारी , कोटराही के जंगलों में रहता है परंतु वन विभाग के द्वारा किसी भी तरह की जानकारी पूर्व में ग्रामीणों को नहीं दी जा रही है।नहीं ग्रामीणों की सुरक्षा का दायित्व निर्वाहन किया जा रहा है यही कारण है कि आज वन विभाग की लापरवाही के खामियाजा एक ग्रामीण चरवाहे सोहन सिंह के मौत के रूप में सामने आया है ऐसे में आगे देखना होगा कि वन विभाग और कितने लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करेंगे,वही वन परिक्षेत्र अधिकारी वाड्रफनगर रामनारायण राम ने बताया है कि हम ग्रामीणों को जागरुक करने के लिए लगातार whatsapp ग्रुप के माध्यम से सूचित कर रहे हैं और हमारी वन विभाग की टीम भ्रमण कर रही है।
न्यूज़ नेशन 81 टेलीविजन चैनल से संवाददाता - लालबाबु जायसवाल की रिपोर्ट....
