लोकेशन नारायणपुर छत्तीसगढ़
संवाददाता खुमेश यादव
नारायणपुर- छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्र के विकास के लिए नियद नेल्लानार योजना चलाई जा रही है जिसके तहत सुरक्षा बलों के आसपास के गांव में बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है इसी कड़ी में नक्सल प्रभावित क्षेत्र ओरछा थाना से 21 किलोमीटर दूर कुड़मेल में सुरक्षा बलों ने नया सुरक्षा कैंप स्थापित किया है। दुर्गम पहाड़ियों, बाढ़ और भारी बारिश जैसी कठिन परिस्थितियों के बावजूद सुरक्षा बलों ने अभूतपूर्व साहस और दृढ़ संकल्प के साथ इस कैंप का निर्माण पूरा किया। यह क्षेत्र अबूझमाड़ के भीतर इंद्रावती एरिया कमेटी के सेफ ज़ोन के रूप में जाना जाता है, जहां कैंप की स्थापना को रणनीतिक उपलब्धि माना जा रहा है।
अबूझमाड़ के भीतरी इलाके तक पहुँचा विकास का रास्ता।
इस कदम से नारायणपुर–बीजापुर मार्ग को जोड़ने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। कुड़मेल कैंप खुलने से अब इलाके के ग्रामीणों को सड़क, पुल-पुलिया, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिलेगा। सुरक्षा बलों की उपस्थिति से अब इस क्षेत्र में सक्रिय माओवादी संगठनों की गतिविधियों पर कड़ा अंकुश लगेगा, जिससे विकास कार्यों को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है।
वर्ष 2024-25 में यह नारायणपुर जिले का 12वां नया सुरक्षा कैंप है। अब तक जिले में 208 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, 99 मुठभेड़ों में मारे गए और 118 को गिरफ्तार किया गया है। ये आंकड़े नक्सल उन्मूलन की दिशा में सफल रणनीति और बेहतर समन्वय को दर्शाते हैं।
कुड़मेल कैंप की स्थापना में डीआरजी, बस्तर फाइटर, आईटीबीपी की 29वीं, 38वीं, 44वीं और 45वीं वाहिनी का विशेष योगदान रहा। जवानों ने कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बीच सुरक्षा और निर्माण दोनों जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया।
जिले के पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया ने बताया कि अबूझमाड़ के अंदरूनी इलाकों में सुरक्षा कैंपों की स्थापना से प्रशासनिक पहुँच मजबूत होगी और ग्रामीणों का विश्वास सरकार के प्रति और बढ़ेगा।
“कुड़मेल कैंप न केवल सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अबूझमाड़ क्षेत्र में विकास की नई सुबह का प्रतीक बनेगा,” — एसपी रॉबिनसन गुड़िया
