फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश:
सातनपुर मण्डी रोड स्थित शुभेच्छा हॉस्पिटल परिसर में The Sun Library में हुए भीषण विस्फोट की घटना ने पूरे फर्रुखाबाद जनपद को शोक और सदमे में डाल दिया है। इस दर्दनाक हादसे में दो छात्रों की असमय मृत्यु हो गई तथा कई अन्य छात्र-छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गए।
भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता एवं समाजसेवी विकास राजपूत ने इस हृदयविदारक घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया और कहा कि यह सम्पूर्ण जनपद के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संगठन मंत्री श्री संजय प्रताप सिंह राणा एवं परिषद के अन्य कार्यकर्ताओं व समर्थकों के साथ मृतक छात्रों के परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की तथा दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की।
विकास राजपूत ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि —
1. सभी घायल छात्र-छात्राओं के उपचार की संपूर्ण व्यवस्था शासन स्तर से की जाए एवं घायलों के उपचार का समुचित व्यय प्रशासन द्वारा पीड़ितों को दिया जाए ।
2. मृतक दोनों छात्रों के परिजनों को ₹10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता (मुआवज़ा) शीघ्र प्रदान की जाए।
3. घटना की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि,
“यह समय पीड़ित परिवारों के साथ खड़े होने का है। मैं मुख्यमंत्री जी से निवेदन करता हूँ कि वे संवेदनशीलता दिखाते हुए शीघ्र राहत और न्याय सुनिश्चित करें।”
विकास राजपूत ने आगे कहा कि पिछले दो महीनों में उत्तर प्रदेश के कई जिलों — कानपुर, कन्नौज, अयोध्या, फतेहपुर, उन्नाव और चित्रकूट — में लगातार ब्लास्ट की घटनाएं हुई हैं, जिससे प्रदेश की सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय पुलिस की छवि पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं।
उन्होंने मांग की कि —
“राज्य सरकार एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करे जो इन सभी घटनाओं की गहन जांच कर दोषियों को सख्त सजा दे और पीड़ितों को न्याय दिलाए। साथ ही फर्रुखाबाद विस्फोट में मृतक परिवारों को ₹10-10 लाख रुपये का मुआवज़ा तत्काल दिया जाए।”
अंत में श्री राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सदैव संवेदनशील और जनसेवा के प्रति समर्पित रहे हैं। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि मुख्यमंत्री जी इस दुखद घटना में पीड़ित परिवारों को शीघ्र न्याय और सहायता प्रदान करेंगे।
“घायल छात्र-छात्राओं के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन्हें अपने बच्चों का इलाज स्वयं कराने पर मजबूर होना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से अब तक कोई सहायता नहीं मिली है।
मृतक आकाश कश्यप और आकाश सक्सेना के परिजनों का भी यही कहना है कि उनके होनहार जवान बेटे अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन प्रशासन की तरफ़ से अभी तक किसी भी प्रकार की सहायता उन्हें प्राप्त नहीं हुई है।
श्री राजपूत ने परिजनों को सांत्वना देते हुए भरोसा दिलाया कि उन्हें न्याय जल्द मिलेगा और प्रशासन की ओर से शीघ्र ही आवश्यक मदद मुहैया कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा।”
फर्रुखाबाद रिपोटर शांताराम राजपूत
