संवाददाता - गजेंद्र पटेल.
लोकेशन - जिला मंडला. -
कई वार्डो की सडक़ उखड़ गई, हिचकोले खाते गिरकर चोंटिल हो रहे लोग, शिकायत पर सुनवाई नहीं.
अंजनिया की सी.सी सड़क इन दिनों खस्ताहाल हालात मे देखी जा सकती है। इन सडक़ों में इतने गढ्डे हो चुके है कि पैदल चलना दूर बाइक सवार यहां सफर करने में डरते है। गढ्डों नेें मुसीबतें खड़ा कर दी है।जिससे आए दिन पैदल और बाइक चालक यहां दुर्घटना का शिकार हो रहे है। स्थानीय प्रशासन का इस ओर ध्यान नही दिए जाने के कारण ग्रामीणों में जनप्रतिनिधियों के प्रति आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
जानकारी के अनुसार जनपद बिछिया अंतर्गत ई -ग्राम पंचायत अंजनिया में तकरीबन आधा दर्जनों से अधिक वार्डों की सीसी सड़क अत्यंन्त जर्जर हो गई है। इन सड़कों में जगह-जगह गहरे गढ्डे बाहर निकल आए है। गंभीर समस्या तब खडी हो जाती है कि इसके मार्ग में सफर करना किसी कठिनाई से कम नही है। स्थिति ये है कि इन सडक़ों पर पैदल चलना लायक नही रह गया है। आए दिन इधर बाइक सवार अलावा पैदल व्यक्ति दुर्घटना का शिकार हो रहे है। यहां अब तक दर्जनों लोग यहां गंभीर घायल भी हो चुके है लेकिन स्थानीय पंचायत रोड पर सुधारकार्य को लेकर कोई दिलचस्प नहीं दिखा रहा है।
सड़कों की हालत न सुधरने से वैन में छात्रों को लगते है झटके, स्कूल जाने में परेशानी -
अंजनिया पंचायत के शांतिचौक वार्ड शीतला चौक वार्ड पंचवन वार्ड केवलाही मोहल्ला,लडईया टोला मोहल्ला अन्य वार्ड है जिसमें रोड की हालत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। यहां शीतला चौक वार्ड में स्कूल के साथ मंदिर भी है जिससे इस मार्ग से चौबीसों घंटे आवाजाही बनी रहती है। यहां सबसे ज्यादा मुसीबत स्कूली बच्चों को उठाना पड़ रहा है। बच्चे चोटिल हो रहे है। स्कूली वैन इन सडको के गढ्डे में फंस जा जाती है। लेकिन रोड को दुरूस्त नही कराया जा रहा है। इसी तरह शांतिचौक वार्ड में भी कन्या शाला आर्दश विद्यालय एवं शासकीय महाविद्यालय संचालित हो रहा है। यहां भी मेन रोड से अंदर बस्ती मार्ग की स्थिति जर्जर हो गई है। यहां आए दिन बच्चों सहित शिक्षकों को मुसीबत का सामना करना पडता है पर पंचायत प्रशासन शासन के नियमों को धता बताते हुए कार्य किया जा रहा है।
वर्षो पूर्व हुआ सडक का निर्माण -
इन वार्डो में सी .सी सडक़ों का निर्माण पंचायत स्तर से विगत कई वर्षों पूर्व किया गया था। अब इन सड़कों को नए सिरे से बनाने की मांग स्थानीय जनों ने की है। उनका इधर यह भी कहना है कि नवरात्रि के कुछ ही दिन शेष रह गए है। ऐसे में सड़कों की आवाजाही बढ जाएगी। इसके पहले सड़कों में मरम्मतीकरण की उपेक्षा पंचायत से ग्रामीणों ने की है।
