साहिबगंज झारखण्ड
जिला ब्यूरो आकाश कुमार भगत
जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय साहेबगंज में आज झारखंड विकास परिषद के तत्वावधान में जिला स्तरीय एडवोकेसी बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, चाइल्ड हेल्पलाइन, सामाजिक कार्यकर्ता, बालक बाल गृह के सदस्य, Associate Voluntary for Action, झारखंड विकास परिषद पतना के पदाधिकारी एवं कर्मी सहित कई हितधारकों ने भाग लिया।
बैठक में प्री-रेस्टोरेशन और पुनर्वास की प्रक्रिया पर विशेष बल दिया गया। झारखंड विकास परिषद की सचिव श्रीमती सुभाषिनी ने कहा कि पीड़ित बच्चों और महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधा, कानूनी सहायता, परामर्श, आश्रय और शिक्षा उपलब्ध कराना उनका मौलिक अधिकार है। सामाजिक कार्यकर्ता श्री मनोरंजन ने बच्चों के सर्वोत्तम हितों की रक्षा हेतु सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं से बेहतर समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता बताई।
ममता कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता (मुक्ति साउथ एशिया) ने AHT Club, Child Friendly Center, VLCPC जैसी समितियों की भूमिका स्पष्ट की और सुरक्षित पलायन पंजी व शिकायत सुझाव पेटी की जानकारी दी।
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी ने कहा कि सभी स्रोत एवं गंतव्य राज्यों के बीच मजबूत Coordination सुनिश्चित किया जाए तथा प्री-रेस्टोरेशन प्रक्रिया में सभी विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाएँ।
बैठक में यह भी तय किया गया कि पुनर्वास कार्यक्रमों के माध्यम से पीड़ितों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाए। अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि एडवोकेसी का उद्देश्य केवल चर्चा तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे नीतिगत बदलाव, जनजागरूकता और व्यवहारिक सुधार से जोड़ना आवश्यक है।
अंत में सभी हितधारकों ने संकल्प लिया कि वे मिलकर पीड़ितों के हित में ठोस और परिणामकारी कदम उठाएँगे।
