रिपोर्ट-नेहाल अख्तर
जिला संवाददता बलिया
News nation81
रसड़ा(बलिया)। छोटी काशी से विख्यात ऐतिहासिक रामलीला रामलीला में छठवें दिन सूर्पणखा के नाक कान काटने एवं खरदूषण वध का सजीव मंचन किया गया। लक्ष्मण द्वारा सूर्पणखा के नाक कान काटे जाने की खबर लंकापति रावण को मिलती है तो क्रोधित हो उठता है। पंचवटी वन में प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण एवम माता जानकी को देख लंकापति रावण की बहन राक्षसी सूर्पणखा सुन्दर वेश धारण कर पहले प्रभु श्रीराम के पास जाकर उनसे शादी करने का प्रस्ताव रखती है। जिस पर प्रभु श्रीराम द्वारा अपनी शादी हो जाने की बात कहकर अनुज लक्ष्मण की तरफ इशारा कर कहते है कि उनके पास जाओ उनकी अभी शादी नही हुई है। यह बात सुनकर सूर्पणखा लक्ष्मण के पास जाती है, जहां से लक्ष्मण द्वारा उसे पुनः श्रीराम के पास भेज दिया जाता है। अंत में प्रभु श्रीराम के इशारे पर लक्ष्मण ने तलवार से उसके नाक कान काट दिये। जिससे क्षुब्ध होकर सूर्पणखा रोते बिलखती लंका दरबार में जाकर पूरा वृतांत अपने भाई रावण को सुनाती है। जिससे आक्रोशित रावण ने राम और लक्ष्मण का वध करने के लिये खरदूषण को भेजता है। जहां दोनों तरफ से भीषण युद्ध होता है और अंततः खरदूषण का वध हो जाता है। खरदूषण वध का समाचार लंका पहुंचते ही शोक की लहर दौड़ जाती है। इस लीला को देखने के लिये देर सांय तक हजारो श्रद्धालुओ की भीड़ उमड़ी रही।
