लोकेशन नारायणपुर छत्तीसगढ़
संवाददाता खुमेश यादव
नारायणपुर / छोटेडोंगर - खस्ताहाल नारायणपुर-ओरछा मार्ग को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने नारायणपुर ओरछा मार्ग के बीच ग्राम झारा गांव में माईस की वाहनों को रोक कर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान लगभग 5 घंटे तक नारायणपुर-ओरछा मार्ग में मांइस की वाहनों के पहिए थमे हुए थे। ग्रामीणों के चक्काजाम करने से सड़क के दोनों छोर पर आमदई माइंस की भारी वाहनों की लंबी कतार लग गई थी।
इसी मार्ग के यात्री बस सेवा ठप पिछले 5 दिनों से नारायणपुर-ओरछा मार्ग में यात्री बस सेवा पूरी तरीके से ठप पड़ी हुई है। ऐसे में जिला मुख्यालय पहुंचने में ग्रामीणों की काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। माइंस की भारी वाहने बेधड़क लौह अयस्क परिवहन में लगी हुई हैं।
सड़क पूरी बर्बाद आमदई माइंस की भारी-भरकम वाहनों की वजह से सड़क पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढों की वजह से ग्रामीणों का जीना दूभर हो गया है। सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवतियो महिलाओं को हो रही है। जब एंबुलेंस में सवार होकर जिला अस्पताल की इन्हें रेफर किया जाता है ओर तो बीच रास्ते में ही एंबुलेंस फंस जाती है। ऐसे में जच्चा-बच्चा दोनों को जान का खतरा बना रहता है।
मौके पर पुलिस के द्वारा ग्रामीणों को समझाइश देने की कोशिश की गई परन्तु ग्रामीण पुलिस की एक न सुनते हुए सड़क पर डटे रहे मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर प्रशासन के नुमाइंदे छोटेडोंगर तहसीलदार कैलाश श्रीवास्तव और नायब तहसीलदार विजय कुमार साहू पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइए देते हुए मार्ग को बहाल किया।
ग्रामीणों ने प्रशासन को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया और कहा कि 15 दिन के अंदर यदि सड़क का निर्माण नहीं किया गया तो उनके द्वारा सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
