*डीग (राजस्थान) के भीम सिंह का आरोप — के.डी. हॉस्पिटल मथुरा में डेढ़ साल के बेटे का ऑपरेशन कर “गांठ” निकाली, अब जयपुर अस्पताल की रिपोर्ट में सामने आई किडनी गायब होने की बात; कार्रवाई के लिए भटक रहा हे पिता
मथुरा।राजस्थान के जिला भरतपुर के डीग तहसील के गाँव कैथवाड़ा निवासी भीम सिंह ने मथुरा के प्रसिद्ध के.डी. हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसके डेढ़ वर्षीय पुत्र मयंक की “गांठ निकालने” के नाम पर की गई सर्जरी के बाद उसकी बायीं किडनी गायब है। पिता ने इस संबंध में थाना जैंत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा और मुख्यमंत्री कार्यालय तक शिकायतें दीं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई न होने से वह न्याय की गुहार लगा रहा है। प्रार्थी भीम सिंह के अनुसार, उसके पुत्र मयंक को कुछ माह पूर्व पेट में दर्द रहता था। उसने पहले डॉ. पी.के. गुप्ता, कृष्णा नगर मथुरा को दिखाया, जिन्होंने सी.टी. स्कैन कराया। स्कैन रिपोर्ट में “पेट में गांठ जैसी चीज़” पाई गई। डॉक्टर की सलाह पर भीम सिंह ने बच्चे को के.डी. हॉस्पिटल, मथुरा में सर्जन डॉ. श्याम बिहारी शर्मा को दिखाया। डॉ. शर्मा ने आवश्यक जांचें कराते हुए 31 मई 2024 को एक टीम के साथ बच्चे का ऑपरेशन किया। पिता का कहना है कि ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने बताया कि “गांठ निकाल दी गई है और बच्चा अब पूरी तरह स्वस्थ है।” इस ऑपरेशन की सफलता का प्रचार अस्पताल की ओर से समाचार पत्रों में भी किया गया था। लेकिन कुछ महीने बाद बच्चे को फिर से दर्द और बेचैनी होने लगी। इस पर भीम सिंह ने 2 फरवरी 2025 को बच्चे को हरीश हॉस्पिटल, अलवर (राजस्थान) में दिखाया, जहाँ की सोनोग्राफी रिपोर्ट में बायीं किडनी न होने की बात सामने आई। पिता को विश्वास न हुआ, तो वह जे.के. लोन हॉस्पिटल, जयपुर पहुँचा, जहाँ डॉक्टरों ने जांच के बाद पुष्टि की कि बच्चे की बायीं किडनी नहीं है।डॉक्टरों के अनुसार, बच्चे को किडनी इन्फेक्शन भी हो गया है। यह सुनकर पिता को गहरा आघात लगा। उनका कहना है कि उन्होंने पुनः 21 फरवरी 2025 को के.डी. हॉस्पिटल मथुरा जाकर सर्जन डॉ. श्याम बिहारी शर्मा से बात की। जब उन्होंने जयपुर की रिपोर्ट दिखाई तो डॉक्टर ने कहा कि “किडनी उसी में होगी, बच्चा छोटा है इसलिए सोनोग्राफी में नहीं दिखी।” लेकिन जब साथ गए व्यक्ति ने सवाल किया कि “राइट किडनी दिख रही है तो लेफ्ट क्यों नहीं?”, तो डॉक्टर नाराज हो गए और “पुलिस बुलाने” की धमकी दी। भीम सिंह ने इस घटना की शिकायत थाना जैंत में की, फिर एसएसपी मथुरा और मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रार्थनापत्र भेजा (संदर्भ संख्या 40014525017308 दिनांक 01.07.2025), परंतु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। भीम सिंह ने मांग की है कि उसके नाबालिग पुत्र की चिकित्सा रिपोर्टों की स्वतंत्र जांच सीएमओ या मेडिकल बोर्ड से कराई जाए और यदि किडनी निकालने का अपराध सिद्ध होता है तो संबंधित डॉक्टरों और अस्पताल के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।पिता ने कहा, “मैं एक गरीब किसान हूं, लेकिन अपने बेटे के साथ ऐसा अन्याय देखकर चुप नहीं बैठूंगा। अगर मेरे बच्चे की किडनी किसी ने बेची है, तो उसे सजा मिलनी ही चाहिए।
