लोकेशन:- भेरूंदा
रिपोर्टर :-नितिन मालपानी
सीहोर पुलिस प्रशासन को क्या बड़े हादसे का है इंतजार
भेरूंदा;- सीहोर जिले में बोलोरो पिकअप जो की लोडिंग के लिए उपयोग में लिया जाता है इसमें ग्रामीण क्षेत्र से तकरीबन 5 से 6 गाड़ियां रोजाना एक-एक पिकअप में तकरीबन 50 से 60 लोगों को बिठाकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर लेकर जाती है लेकिन पुलिस का ईश कोई ध्यान नहीं इन गाड़ियों का उपयोग जहां लोडिंग के लिए किया जाना था वहां यात्रियों को लाने ले जाने में किया जा रहा है और पुलिस प्रशासन आंख बंद करके बैठा हुआ है आखिर इन वाहन मालिक पर कार्रवाई क्यों नहीं होती क्या पुलिस को किसी बड़े हादसे का इंतजार है या किसी बड़े हादसे के बाद ही कार्रवाई की जावेगी वही एक और RTO की मिली भगत से जिले में प्राइवेट कोटे के वाहन टैक्सी पर चलाए जा रहे हैं RTO विभाग का इस और कोई ध्यान नहीं है सीहोर जिले में तकरीबन 500 से अधिक गाड़ि मालिकों के द्वारा बिना अनुमति के अलग अलग नाम से ट्रेवल्स कंपनी बनाई गई जो कि रजिस्टर्ड नहीं है, जिन पर प्राइवेट वाहनों को किराए पर चलाए जा रहा है परिवहन विभाग का टैक्स चोरी करके मन माने रेट से गाड़िया को भाड़े पर चलाई जा रही है लगभग सभी गाड़िया प्राइवेट कोटे की हैं प्राइवेट नंबर सफेद रंग की नंबर प्लेट है जिसमें स्विफ्ट डिजायर, टवेरा, बलेनो, आर्टिका, जैसी गाड़ियां भाड़े पर चलाई जा रही है इंन गाड़ियों को विशेष रूप से नसरुल्लागंज लाडकुई रहटी बुधनी जैसे क्षेत्रों में देखा जा सकता है आखिर परिवहन विभाग इन पर कार्रवाई क्यों नहीं करता अब एक तस्वीर यह देखिए बोलोरो पिकअप में किस तरीके से लोगों को बिठाकर ले जाया जा रहा है ऐसे में कहीं कोई दुर्घटना हो जाती है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी क्या यह बोलोरो पिकअप यात्रियों को लाने ले जाने के लिए है या समान के लिए आखिर कब होगी इन लोगों पर कार्यवाही या यूं ही जिम्मेदार अधिकारी गैर जिम्मेदाना तरीके से रहेंगे और कहीं कोई बड़ा हादसा होने के बाद फिर मुख्यमंत्री इस पूरे मामले में संज्ञान लेंगे
