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महतारी वंदन योेजना से सुकबती को मिली आर्थिक संबलता - NN81



लोकेशन नारायणपुर छत्तीसगढ़ 

संवाददाता खुमेश यादव 


 विष्णु के सुशासन में महिलाएं आर्थिक सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर 


नारायणपुर, 12 सितम्बर 2025// राज्य में महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन और उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने महतारी वंदन योजना लागू की है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं के प्रति समाज में व्याप्त भेदभाव और असमानता को दूर करते हुए, उनके स्वास्थ्य में सुधार और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। इसके अंतर्गत, पात्र विवाहित, विधवा और परित्यक्ता महिलाओं को प्रतिमाह 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।


नारायणपुर जिले के ग्राम बिंजली निवासी श्रीमती सुकबती उसेंडी, जो कृषि एवं मजदूरी करके अपना जीवन यापन करती हैं, जो इस योजना की लाभार्थी हैं। सुकबती उसेंडी के परिवार में 6 सदस्य है, जिसमें उनके पति श्री रामेश्वर उसेंडी, उनके मां एवं 3 बच्चें हैं। उन्होंने बताया कि पहले उनके लिए बच्चों की पढ़ाई और घर का खर्च उठाना एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन, जब से महतारी वंदन योजना शुरू हुई है, उनके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आया है। सुकबती बताती हैं कि इस योजना के तहत मुझे हर महीने 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता मिलती है। इन पैसों का मैं अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में, जैसे उनकी कॉपी, किताबें, और स्कूल ड्रेस खरीदने में उपयोग करती हूँ। साथ ही, घर के अन्य आवश्यक सामानों की खरीदारी भी इसी सहायता राशि से होती है। महतारी वंदन योजना की कुछ राशि को बचत कर सुकबती ने पशुपालन के क्षेत्र में अपना कार्य प्रारंभ किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना से न केवल उनके आर्थिक संघर्षों को कम किया है, बल्कि उनके बच्चों के भविष्य को भी उज्जवल बनाया है। सुकबती ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त करते हुए कहा, यह योजना मेरे और मेरे बच्चों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।


योजना के तहत् जिले की 27 हजार से अधिक महिलाओं के खातों में 2 करोड़ 78 लाख रुपए से अधिक की राशि अंतरित किया गया है। योजनांतर्गत विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग की 3 हजार 687 महिलाएं भी लाभान्वित हुईं। महतारी वंदन योजना पूरे छत्तीसगढ़ में उन महिलाओं के जीवन में सुधार लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है, जो पहले आर्थिक और सामाजिक कठिनाइयों का सामना कर रही थीं।

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