सक्ती।
थाना बिर्रा क्षेत्रांतर्गत ग्राम करही गांव में हुए तीन जघन्य हत्या कांड के पीड़ित परिवारों की बेटियों की शिक्षा की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक श्री विजय कुमार पाण्डेय (IPS) ने ली।
मृतक महेन्द्र बघेल की नन्ही बेटी मायरा बघेल का अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में एडमिशन कर पूरा वार्षिक शुल्क व ट्रांसपोर्ट शुल्क पुलिस विभाग द्वारा वहन।
मृतक मनोज कश्यप की बेटी सोनिया कश्यप को स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित कर महाविद्यालयीन शिक्षा हेतु प्रयास जारी।
पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस टीम द्वारा पीड़ित परिजनों से सीधे मिलकर संवेदना व्यक्त करते हुए, सुरक्षा भाईचारा और शिक्षा को प्राथमिकता देने का संकल्प।
ग्रामवासियों एवं परिजनों ने पुलिस विभाग की इस पहल को मानवीयता और सामुदायिक पुलिसिंग का सकारात्मक उदाहरण बताया।
गौरतलब है कि थाना बिर्रा क्षेत्र के ग्राम करही, तहसील हसौद जिला सक्ती में माह सितम्बर 2025 में हुई तीन जघन्य हत्या की घटना के बाद मृतक परिवार गहरे शोक और आर्थिक कठिनाई से गुजर रहे थे। विपरीत परिस्थितियों में बच्चों की शिक्षा बाधित हो रही थी। इस पीड़ा को समझते हुए श्रीमान् पुलिस अधीक्षक, जिला जांजगीर-चांपा, श्री विजय कुमार पाण्डेय (भा.पु.से.) ने अपने मातहत एसडीओपी चांपा यदुमणि सिदार एवं थाना प्रभारी बिर्रा जय कुमार साहू के साथ घर जाकर पीड़ित परिवारों से भेंट की और उनकी समस्याओं को सुना।
इस दौरान मृतक उपसरपंच महेन्द्र बघेल की नन्ही बेटी कु मायरा बघेल, जो ग्राम पेण्ड्री (जिला सक्ती) स्थित एम.एस. कश्यप बाल संस्कार अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में अध्ययनरत है, परिवार में विपत्ति एवं आर्थिक स्थिति के कारण अपनी पढ़ाई जारी नहीं रख पा रही थी। पुलिस अधीक्षक जांजगीर चांपा ने संवेदनशीलता दिखाते हुए मायरा की पूरे शैक्षणिक सत्र (2025-26) की फीस व ट्रांसपोर्ट शुल्क स्वयं वहन करने का संकल्प लिया।
इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसानुसार थाना प्रभारी बिर्रा निरीक्षक जयकुमार साहू की टीम ने विद्यालय जाकर संपूर्ण शुल्क का भुगतान किया। साथ ही छात्रा कु मायरा को किताबें, कॉपी, स्कूल बैग और अन्य आवश्यक शैक्षणिक सामग्री भी उपलब्ध कराई गई।
इसी प्रकार मृतक मनोज कश्यप की बड़ी पुत्री सोनिया कश्यप, जो कक्षा 12वीं उत्तीर्ण कर चुकी हैं, उन्हें उच्च शिक्षा जारी रखने हेतु प्रेरित किया गया। उनके स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए निरंतर प्रयास जारी हैं चूंकि शिक्षा सत्र प्रारंभ हो चुका है फिर भी प्रयास जारी है !
समाज में सकारात्मक संदेश
इस पहल से स्पष्ट होता है कि पुलिस केवल कानून और व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि वह समाज के जरूरतमंद वर्गों के साथ मानवीय दृष्टिकोण से खड़ी है। ग्राम करही के शोकाकुल परिवारों ने पुलिस अधीक्षक सहित संपूर्ण पुलिस टीम का आभार व्यक्त किया और इसे “सामुदायिक पुलिसिंग का उत्कृष्ट उदाहरण” बताया गया है।
