लोकेशन नारायणपुर छत्तीसगढ़
संवाददाता खुमेश यादव
नारायणपुर, 26 सितम्बर 2025 // 28 अक्टूबर 2022 को फूलमती और जगूनाथ कचलाम के घर एक प्यारी सी बेटी नेन्ती ने जन्म लिया। जन्म के समय नेन्ती का वजन 2.700 किलोग्राम था, जो एक औसत वजन से थोड़ा कम था, लेकिन परिवार को उसकी मुस्कान में पूरी दुनिया दिखाई देती थी। समय के साथ नेन्ती बड़ी हो रही थी, लेकिन जब वह 1 वर्ष 7 माह की हुई, तब उसकी तबियत अचानक खराब हो गई। जांच के बाद पता चला कि वह गंभीर कुपोषण की स्थिति में पहुंच चुकी थी। यह सुनकर माता-पिता बेहद चिंतित हो गए। नेन्ती को तुरंत एनआरसी में भर्ती किया गया, जहाँ उसकी विशेष देखभाल शुरू हुई। साथ ही, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने उसकी देखभाल की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली। कार्यकर्ता ने रोज़ाना गृहभेंट कर नेन्ती की माँ को सफ़ाई, पोषण और अच्छे खान-पान के बारे में जागरूक किया।
भोजन में दाल, हरी सब्जियाँ, गाँव में उपलब्ध मौसमी भाजी और फल जैसे पौष्टिक आहार शामिल करने की सलाह दी गई। नेन्ती को रेडी टू ईट फूड से बने अलग-अलग स्वादिष्ट व्यंजन भी आंगनबाड़ी केन्द्र में नियमित रूप से दिए जाने लगे। हर 15 दिन में कार्यकर्ता ने नेन्ती का वजन लेकर उसकी माँ को जानकारी दी और सुधार की दिशा में मार्गदर्शन करती रहीं। धीरे-धीरे मेहनत रंग लाने लगी। नेन्ती ने फिर से मुस्कुराना शुरू किया। अब उसका शरीर ताक़तवर हो गया है, चेहरा खिल उठा है और सबसे बड़ी बात कृ वह अब सामान्य पोषण श्रेणी में आ गई है। वर्तमान में नेन्ती का वजन 10.810 किलोग्राम है, जो उसकी उम्र के अनुसार एक संतुलित वजन है। यह बदलाव केवल चिकित्सा की वजह से नहीं, बल्कि माँ की जागरूकता, कार्यकर्ता की मेहनत और सामुदायिक सहयोग से संभव हो पाया।
